Rakesh Tikait arrived in Lakhimpur last Ardas program, farmers started arriving from night itself, police force deployed everywhere | 5 राज्यों से 50 हजार किसानों के आने दावा, राकेश टिकैत रात में ही पहुंचे, प्रियंका-जयंत समेत कई नेता होंगे शामिल
लखीमपुर7 मिनट पहले
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अरदास कार्यक्रम से पहले एसपी विजय ढुल ने स्थल का निरीक्षण किया।
लखीमपुर में हिंसा के दौरान मारे गए चार किसानों की आत्मा की शांति के लिए आज तिकुनिया में अंतिम अरदास होगी। घटनास्थल से करीब एक किमी की दूरी पर 30 एकड़ भूमि पर इसके लिए इंतजाम किया गया है। कार्यक्रम में यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़ से करीब 50 हजार किसानों के आने की संभावना है। इसके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी समेत कई सियासी नेताओं के भी पहुंचने की खबर है।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार की रात में ही कार्यक्रम स्थल पहुंच चुके हैं। सुबह दस बजे से श्रद्धांजलि सभा शुरू होगी। यहां कौड़ियाला घाट गुरुद्वारा में रविवार से ही अखंड पाठ चल रहा है। कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए विशेष पुलिस जांच कमेटी के DIG उपेंद्र अग्रवाल, DM अरविंद चौरसिया, SP विजय ढुल ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया।

तिकुनिया में राकेश टिकैत।
पहले शबद कीर्तन फिर लोग देंगे श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय सिख संगठन जसवीर सिंह ने बताया कि तिकुनिया में होने वाली अंतिम अरदास की पूरी तैयारी कर ली गई हैं। आज सुबह 10 बजे से शुरू होने वाले कार्यक्रम में सबसे पहले शबद कीर्तन होंगे। इसके बाद किसान नेता शहीद किसानों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपनी-अपनी बात रखेंगे। अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए सोमवार रात से ही किसान नेता राकेश टिकैत, जोगेंदर सिंह, सरिता समेत कई किसान नेता समेत किसानों का आना शुरू हो गया है।
लोगों की संख्या को देखते हुए घटनास्थल से 500 मीटर दूर कक्कड़ फार्म हाउस पर दूसरे प्रदेश से आ रहे किसानों के रुकने का इंतजाम किया गया है। इसके लिए यहां करीब 30 एकड़ धान की फसल को कटवा कर टेंट लगावा दिया गया है।
गुरुद्वारे के साथ-साथ कई जगह चलेगा लंगर
राम सिंह ढिल्लन ने बताया कि कक्कड़ फार्म हाउस पर किसानों के रुकने और लंगर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही लखीमपुर आने जाने वाले रास्तों पर भी लंगर की व्यवस्था की गई है। दूसरी तरफ दूर से आने वाले किसानों के लिए लंगर के लिए गुरुद्वारे में सुबह आठ बजे से व्यवस्था की गई है।
गुरुद्वारों में हुई प्रार्थना, लोगों ने निकाला कैंडल मार्च

कैंडल मार्च निकालते लोग।
शहीद किसानों की याद में किसान परिवारों ने अपने-अपने इलाकों में कैंडल मार्च निकाला। इसमें बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। साथ ही गुरुद्वारा जाकर प्रार्थना की। कैंडल मार्च व प्रार्थना सभा लखीमपुर के साथ यूपी, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में किसान बाहुल्य इलाकों में हुई।
13 जिलों में विशेष सतर्कता, पुलिस अलर्ट
शहीद किसानों की अंतिम अरदास में भारी मात्रा में किसानों के जुटने की संभावना को देखते हुए सरकार ने प्रदेश भर हिंसात्मक टकराव रोकने के लिए प्रदेश के 13 जिलों में 20 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तैनात किया है। जो किसानों की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। साथ ही कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके लिए उन्हें अपने-अपने जिलों में कैंप करने के आदेश दिए गए हैं।
लखीमपुर में 10 IPS तैनात, चप्पे-चप्पे पर फोर्स

लखीमपुर में तैनात अर्ध-सैनिक बल।
लखीमपुर में 10 आईपीएस ऑफिसर अलग से लगाए हैं। वहीं कोई अप्रिय घटना और किसान व भाजपा नेताओं के बीच टकराव की स्थित किसी भी दशा में उत्पन्न न हो इसके लिए जवानों की तैनाती की गई है। वहीं चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी का पहरा लगाया गया है। वहीं लखीमपुर आने वाले रास्तों पर बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है।