Scrutiny canceled 3 nominations including Abhay’s covering candidate Karn Chautala; 23 candidates left in the fray, up to 13 can withdraw their names | स्क्रूटनी में अभय चौटाला के कवरिंग कैंडिडेट कर्ण चौटाला समेत 3 नॉमिनेशन खारिज; मैदान में बचे 23 प्रत्याशी, 13 तक नाम वापसी
- Hindi News
- Local
- Haryana
- Hisar
- Sirsa
- Scrutiny Canceled 3 Nominations Including Abhay’s Covering Candidate Karn Chautala; 23 Candidates Left In The Fray, Up To 13 Can Withdraw Their Names
ऐलनाबाद3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

हरियाणा की ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए फिलहाल 23 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। सीट पर कुल 26 ने दावेदारी की थी, तीन नामांकन स्क्रूटनी में रद्द हो गए हैं। अब नामांकन वापसी के लिए 13 अक्टूबर अंतिम दिन है।
ऐलनाबाद सीट पर उपचुनाव के लिए कुल 26 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। सोमवार को नामांकन पत्रों की जांच हुई। जांच के दौरान 3 दावेदारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए। इनमें दो निर्दलीय प्रत्याशी रोहताश, विक्रम और एक कवरिंग कैंडिडेट कर्ण चौटाला का नामांकन शामिल हैं।

स्क्रूटनी के बाद अब ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर चुनावी मैदान में 23 प्रत्याशी शेष बचे हैं। इन प्रत्याशियों में कोई नामांकन वापस लेना चाहता है तो उसके लिए 13 अक्टूबर अंतिम दिन है। गौरतलब है कि ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना के बाद परिणाम 2 नवंबर को जारी किए जाएंगे।
भाजपा-जजपा के लिए उपचुनाव जीतना चुनौती
ऐलनाबाद उपचुनाव भाजपा-जजपा गठबंधन के लिए चुनौती से कम नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए 3 खेती कानूनों के विरोध में किसान सालभर से आंदोलन कर रहे हैं और हरियाणा में सिरसा जिला किसानों का गढ़ है। पंजाब और राजस्थान से सटी ऐलनाबाद सीट पर सत्तारूढ़ गठबंधन को प्रचार में भी मुश्किल आ सकती है। किसानों के आंदोलन के चलते भाजपा और जजपा के नेता कई महीनों से गांवों में घुस नहीं पा रहे।

त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
ऐलनाबाद उपचुनाव में इस बार मुकाबला इनेलो, भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच रहने की उम्मीद है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस इस बार मुकाबले में नजर आ रही है। यहां टिकट पाने के लिए सबसे ज्यादा मारामारी भाजपा में रही, जहां 17 लोगों ने दावेदारी जताई। हालांकि आखिरी समय में आए गोविंद कांडा सब पर भारी पड़े। कांग्रेस में 6 नेताओं ने टिकट मांगा। भाजपा ने उपचुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने का ऐलान पहले ही कर दिया इसलिए हरियाणा में उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जजपा) में कोई हलचल नहीं है।